भारत की फूड डिलीवरी इंडस्ट्री ने पिछले एक दशक में जिस तेज़ी से बदलाव देखा है, वह किसी क्रांति से कम नहीं रहा। जहां पहले लोग होटल या रेस्टोरेंट जाकर ही खाना खाते थे, वहीं आज मोबाइल ऐप के ज़रिए सिर्फ कुछ क्लिक में मनपसंद डिश ऑर्डर करना आम बात बन चुकी है। इस क्रांति के सबसे बड़े वाहकों में से एक है Swiggy, जिसने न सिर्फ लाखों रेस्टोरेंट्स को डिजिटल दुनिया से जोड़ा, बल्कि ग्राहकों तक उनकी पसंद का खाना पहुँचाकर पूरे सेक्टर को नई ऊँचाई दी। अब Swiggy ने एक और बड़ा कदम उठाया है—Toing नामक नए ऐप के लॉन्च के साथ। यह ऐप खासतौर पर इस मकसद से तैयार किया गया है कि लोगों को और भी सस्ता और टेस्टी खाना मिल सके। और आसानी से घर बैठे मिले।
Swiggy Toing से : सस्ता और स्वादिष्ट खाना अब सिर्फ ₹100 में
Toing पर अभी स्नैक्स जैसी चीजें शामिल नहीं हैं, बल्कि इसे “वन पर्सन मील्स” की कैटेगरी में रखा गया है। मतलब कि इसमें मिनी थालियां, बर्गर, सैंडविच, छोटे केक और डेज़र्ट जैसी डिशेज होंगी जिन्हें कोई भी ऑफिस डेस्क पर बैठकर या चलते-फिरते आसानी से खा सके। और मंगवा सकते है।
दिलचस्प बात यह है कि Swiggy पहली बार अपने होम बेस बेंगलुरु से बाहर किसी नए शहर में इस तरह का प्रयोग कर रहा है। इसके लिए कंपनी ने पुणे को चुना है। वजह साफ है—पुणे को छात्र और युवा प्रोफेशनल्स का हब माना जाता है, जहां ज्यादातर लोग अपनी पढ़ाई या शुरुआती करियर के दिनों में सीमित बजट में रहते हैं। ऐसे में उनके लिए Toing का कॉन्सेप्ट बिल्कुल फिट बैठता है।
कंपनी का कहना है कि बेंगलुरु पहले से ही फूड डिलीवरी सर्विस का एक परिपक्व और संतृप्त बाज़ार बन चुका है, इसलिए वहां नए प्रयोग की गुंजाइश कम है। इसीलिए Toing की शुरुआत पुणे जैसे उभरते हुए शहर से की गई है, ताकि वहां की ज़रूरतों को परखा जा सके। हालांकि, फिलहाल Swiggy के पास Toing को बड़े पैमाने पर देशभर में लॉन्च करने की कोई तुरंत योजना नहीं है। ऐ एक पक्रिया है।
पुणे में ही क्यों?
पुणे को लेकर स्विगी का नया फैसला कई मायनों में रणनीतिक माना जा रहा है। दरअसल, इस शहर की जनसांख्यिकी (demographics) कंपनी के लिए सबसे उपयुक्त दिख रही है। पुणे हमेशा से छात्रों और युवा पेशेवरों का गढ़ माना जाता है। यहाँ बड़ी संख्या में कॉलेज स्टूडेंट्स और वर्किंग प्रोफेशनल्स रहते हैं, जिनका जीवन तेज़ रफ्तार और व्यस्त शेड्यूल से भरा हुआ होता है। ऐसे में किफायती और झटपट मिलने वाले खाने की मांग यहाँ स्वाभाविक रूप से अधिक है।
स्विगी पहले से ही बेंगलुरु जैसे शहर में अपनी मजबूत पकड़ बना चुका है, लेकिन अब वह एक नए और उभरते हुए बाज़ार पर ध्यान केंद्रित करना चाहता है। बेंगलुरु में फूड डिलीवरी का मार्केट पहले से ही काफी संतृप्त (saturated) हो चुका है। इसके उलट, पुणे में अभी भी बहुत स्कोप है। यही वजह है कि कंपनी ने इस शहर में अपने नए ऐप Toing की शुरुआत करने का निर्णय लिया।
फिलहाल कंपनी ने अपना फोकस पुणे के केवल 4-5 इलाकों तक सीमित रखा है। ऐसा इसलिए किया गया है ताकि छोटे पैमाने पर प्रयोग करके यह समझा जा सके कि ग्राहक इस नए प्लेटफॉर्म को कितना पसंद करते हैं और किस तरह की मील्स उन्हें सबसे ज्यादा आकर्षित करती हैं। धीरे-धीरे, उपयोगकर्ता प्रतिक्रिया और मांग के आधार पर कंपनी इस मॉडल को और बड़े स्तर पर विस्तार देने पर विचार कर सकती है।
99 स्टोर और Toing ऐप – Swiggy की स्मार्ट स्ट्रैटेजी
Swiggy ने हाल ही में अपने नए ऐप Toing के जरिए फूड डिलीवरी मार्केट में एक ताज़ा प्रयोग किया है, और कंपनी इसे सिर्फ एक सर्विस नहीं बल्कि ग्रोथ ड्राइवर के रूप में देख रही है। जहाँ बाकी ब्रांड्स केवल प्रीमियम ऑडियंस को टारगेट करते हैं, वहीं Swiggy इस ऐप के ज़रिए ऐसे यूज़र्स को जोड़ना चाहता है जो कम बजट में भी अच्छा और क्वालिटी फूड चाहते हैं।
कंपनी का मानना है कि किफ़ायती मील ऑप्शन उसके ग्राहक आधार को और मजबूत करेगा और भविष्य में इसके जरिए बड़े पैमाने पर ऑर्डर ग्रोथ भी हासिल होगी। यही कारण है कि Swiggy ने हाल ही में अपने इंटरनल रिज़ल्ट्स में इस बात पर जोर दिया कि टीम लगातार नए-नए प्रयोग करने के लिए तैयार है और हर तिमाही में बेहतर आंकड़े लाने के लिए मेहनत कर रही है।
नए ऐप Toing और 99 स्टोर जैसे इनोवेशन यह दिखाते हैं कि Swiggy सिर्फ डिलीवरी सर्विस तक सीमित नहीं रहना चाहता, बल्कि वह एक ऐसा ईकोसिस्टम बनाना चाहता है जहाँ ग्राहकों को उनकी जरूरत और बजट के हिसाब से विकल्प मिल सकें। जो ग्राहक के लिए ख़ुशी की बात है।