रक्षाबंधन का पर्व केवल राखी बांधने तक सीमित नहीं है; यह एक सुरक्षा, समर्पण और स्नेह का प्रतीक है। भाई अपनी बहन को वचन देता है कि वह उसकी रक्षा करेगा और हर मुश्किल में उसके साथ खड़ा रहेगा। लेकिन क्या हो जब इस रक्षाबंधन पर सरकार खुद बहनों के लिए भाई जैसी भूमिका निभाए और उन्हें एक पक्के घर का उपहार दे?
जी हाँ! 2025 में रक्षाबंधन के अवसर पर सरकार ने लाखों महिलाओं और जरूरतमंद परिवारों को ₹1.20 लाख तक की आवास सहायता देने का ऐलान किया है, ताकि वे अपना सपनों का घर बना सकें। यह राशि केंद्र और राज्य सरकारों की आवासीय योजनाओं के अंतर्गत प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (DBT) के माध्यम से सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में ट्रांसफर की जा रही है।
योजना का उद्देश्य (Mission of the Scheme)
- देश के हर नागरिक को 2025 तक पक्का घर उपलब्ध कराना
- महिलाओं को घर का मालिकाना हक देना
- झुग्गियों व कच्चे मकानों में रहने वाले गरीबों को सम्मानजनक जीवन देना
- ग्रामीण भारत में निर्माण कार्य के जरिए रोज़गार सृजन
- रक्षाबंधन पर बहनों को आत्मनिर्भर बनाने की पहल
योजना का नाम और सहायता राशि
योजना का नाम | प्रधानमंत्री आवास योजना – ग्रामीण (PMAY-G) / मुख्यमंत्री आवास योजना |
सहायता राशि | ₹1.20 लाख (मैदानी क्षेत्र) और ₹1.30 लाख (हिल/Tribal क्षेत्र) |
शौचालय के लिए अतिरिक्त सहायता | ₹12,000 (स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत) |
निर्माण कार्य में मज़दूरी | मनरेगा के तहत मज़दूरी दी जाती है |
पात्रता मानदंड (Eligibility Criteria)
1.आपके पास अभी तक कोई पक्का घर नहीं है
2.आप गरीब वर्ग (BPL, EWS) से संबंधित हैं
3.आप अनुसूचित जाति/जनजाति, पिछड़ा वर्ग या महिला मुखिया हैं
4.आप SECC 2011 डेटा सूची में दर्ज हैं
5.आप भारत के नागरिक हैं और ग्रामीण क्षेत्र में रहते हैं
जरूरी दस्तावेज़ (Documents Required)
दस्तावेज़ का नाम | विवरण |
आधार कार्ड | पहचान के लिए अनिवार्य |
बैंक पासबुक | DBT के लिए |
आय प्रमाण पत्र | गरीबी रेखा से नीचे साबित करने के लिए |
जाति प्रमाण पत्र | SC/ST/OBC के लिए |
राशन कार्ड | परिवार के विवरण के लिए |
फोटो | पासपोर्ट साइज |
निवास प्रमाण पत्र | क्षेत्रीय पहचान के लिए |
मोबाइल नंबर | OTP व संपर्क हेतु |
इस रक्षाबंधन पर सरकार ने बहनों को सबसे सुरक्षित और स्थायी उपहार दिया है — एक पक्का घर, वो भी ₹1.20 लाख की सहायता से। यह उपहार केवल ईंट और सीमेंट का ढांचा नहीं है, बल्कि सम्मान, सुरक्षा, आत्मनिर्भरता और भविष्य का आधार है।
अगर आप या आपकी बहन इस योजना के पात्र हैं, तो आज ही आवेदन करें और 2025 का रक्षाबंधन यादगार बनाएं — क्योंकि अब सिर्फ राखी नहीं, बल्कि रहने की छत भी उपहार में मिलेगी।